प्रॉम्प्ट इंजीनियर कर बने AI एक्सपर्ट और कमाए लाखों - यहाँ से पढ़े पूरी जानकारी

प्रॉम्प्ट इंजीनियर कर बने AI एक्सपर्ट और कमाए लाखों – यहाँ से पढ़े पूरी जानकारी

प्रॉम्प्ट इंजीनियर कर बने AI एक्सपर्ट- किसी चैटबॉट से से अपनी जरूरत के अनुसार पूछताछ, जेनरेटिव एआई के माध्यम से औपचारिक कंटेंट लिखना, मशीन ट्रांसलेशन से सटीक अनुवाद वगैरह वर्चुअल दुनिया में जादू नहीं है। दरअसल इन खास कामों में प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग का स्किल अहम भूमिका निभाता है। इसे टेक दुनिया में इस साल के सबसे ज्यादा अपेक्षित स्किल्स में शामिल किया जा रहा है।

जैसे-जैसे मशीन लर्निंग और एआई की दुनिया बढ़ेगी, वैसे-वैसे इंटरेक्टिव मशीन्स का उपयोग बढ़ेगा। बीते साल दिसंबर की एक रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक चैटबॉट्स का ग्लोबल बाजार 18 खरब अमेरिकी डॉलर से कहीं ज्यादा का होगा। येलो. एआई की बीते साल की एक रिपोर्ट का कहना है कि 58 फीसदी बिजनेस टु बिजनेस कंपनियां चैटबॉट्स का उपयोग कर रही हैं और 2019 से अब तक इनके उपयोग में 92 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसको देखते हुए टेक ग्रेजुएट्स या पेशेवरों के लिए इसमें अपस्किलिंग उन्हें जॉब मार्केट में बेहद उपयोग बनाए रखेगी। बता दें कि यहां शुरुआती सैलरी 3-5 लाख रुपये हो सकती है।

किसी लैंग्वेज मॉडल से अपनी जरूरत के अनुसार उत्तर में सटीक नतीजा पाना है, तो जरूरी है कि वह मॉडल आपके प्रश्न में प्रयुक्त शब्दों के अर्थ ही ना समझें, बल्कि लक्ष्य, उसमें छिपे अर्थ आदि भी समझे। प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग दरअसल लैंग्वेज मॉडल यानी कंवरसेशनल एआई, जैसे गूगल जेमिनी, चैटजीपीटी, बिंग चैट, जैस्पर चैट, परप्लेक्सिटी आदि एआई चैटबॉट को यूजर के लिए सटीक नतीजे पेश करने में सक्षम बनाने की तकनीक है। इसीलिए प्रॉम्प्ट इंजीनियर्स एलएलएम वानी लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स के लिए बेहद अहम हैं। वे इसकी क्षमता को अधिकाधिक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

वहीं अब अधिकतर व्यापारिक संस्थान विविध उद्देश्यों के लिए इन मॉडल्स का लाभ उठाना चाह रहे हैं। क्योंकि रिपोर्ट कहती हैं कि ये चैटबॉट्स कस्टमर केयर में लगने वाले निवेश को कई गुना कम कर देते हैं और उपभोक्ताओं को ये पसंद आ रहे हैं। इससे संबंधित नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग के विविध काम जैसे अनुवाद, टेक्स्ट को संक्षेप करना, प्रश्न-उत्तर आदि के लिए एल्गोरिद्म बनाने में भी प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग का उपयोग होता है। क्रिएटिव राइटिंग के प्रयोगधर्मी तरीकों को डेवलप करना, विभिन्न प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के लिए कोडिंग और लार्ज लैंग्वेज मॉडल का उपयोग करने वाले नए उत्पादों व सेवाओं के विकास में इसकी जरूरत पड़ती है।

आप इस तरह के काम करने का मौका पाएंगे:

  • एआई प्रॉम्प्ट्स यानी निर्देश गढ़ना ताकि यूजर को इच्छित नतीजे मिलें।
  • विविध प्रॉम्प्ट्स के साथ प्रयोग करते हुए एआई से मिली प्रतिक्रिया या नतीजों का परीक्षण और विश्लेषण।
  • विविध प्रॉम्प्ट्स और उस पर लैंग्वेज मॉडल की प्रतिक्रिया में छिपी नैतिकता, सांस्कृतिक संवेदनशीलता, न्यायधर्मिता और पूर्वाग्रहों आदि के नजरिए से उनका विश्लेषण करना।
  • एआई के माध्यम से मिले आउटपुट या सामान्य भाषा में कहें तो प्रतिक्रिया में कमियों की समीक्षा करना और प्रॉम्प्ट्स (निर्देशों) को उसके अनुसार बेहतर बनाना।
  • जटिल या दोहराव के कामों के लिए ऐप्स या सॉफ्टवेयर में एआई प्रॉम्प्ट्स एंबेड करना।
  • अलग-अलग विशेषज्ञ टीम के साथ मिलकर प्रोडक्ट तैयार करना।
  • टीम के वर्कफ्लो में एआईचैटबॉट को इंटीग्रेट करना।
  • एआई सिस्टम्स के प्रदर्शन की निगरानी करना।

इस तरह के लैंग्वेज मॉडल्स को अब मार्केटिंग एजुकेशन, फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्स और हेल्थकेयर जैसे कई उद्योग उपयोग कर रहे हैं। एआई कॉन्ट्रैक्ट रिव्यू फर्म्स, एआई मार्केटप्लेस, ईकॉमर्स सेक्टर, वेब कंटेंट बनाने वाली वेबसाइट्स आदि में ये भूमिका निभाते हैं। एडटेक, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, मैनेजमेंट एंड कंसल्टिंग, बायोटेक, फार्मास्युटिकल्स, वेब सर्विसेज, एआई व उभरती तकनीकों के क्षेत्र आदि में भी इस स्किल की आवश्यकता है। यह एक ग्लोबल स्तर पर उपयोगी स्किल है, इस क्षेत्र में फुल टाइम, फ्रीलांस और कॉन्ट्रैक्ट आधारित अवसर भी मिलते हैं।

  • इस क्षेत्र में आना है, तो कंप्यूटर साइंस, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी या संबंधित क्षेत्र में बैचलर डिग्री होनी चाहिए।
  • मशीनल लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कोर्स करें।
  • एलएलएम यानी लार्ज लैंग्वेज मॉडल पर काम करने का अनुभव लें। इसके लिए हैकाथॉन में भागीदारी कर सकते हैं। या निजी प्रोजेक्ट पर काम कर सकते हैं। इंटर्नशिप लें।
  • प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग से जुड़े लोगों से संपर्क बनाएं। इसके लिए इंडस्ट्री और इस कार्यक्षेत्र से जुड़े आयोजनों में जाएं।

प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग के जॉब टाइटिल अलग- अलग हो सकते हैं। ऐसे में आपको विविध जॉब साइट्स पर सिर्फ इस सर्च वर्ड के साथ ही जॉब सर्व नहीं करनी चाहिए। बल्कि कुछ और सर्च वर्ड्स का प्रयोग करें। जैसे बैटजीपीटी प्रॉम्प्ट इंजीनियर, टेक्स्ट प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग, रिमोट प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग जॉब्स, एआई प्रॉम्प्ट इंजीनियर, इसके अलावा मशीन लर्निंग, एआई, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और डेटा साइंस के विभिन्न जॉब टाइटल में भी देखें।

DeepLearning.AI Udemy, Coursera Datacamp.com, (निशुल्क कोर्स), Prompt.co (सशुल्क कोर्स)

आज के दौर में कंपनियां अकसर ऑनलाइन अपने उम्मीदवारों पर सर्च करती हैं। इसलिए अपनी ऑनलाइन उपस्थिति को दमदार बनाएं। प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट, अपनी प्रोफाइनल अपडेट आदि बढ़िया रखें।

  • प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग फॉर चैटजीपीटी (Vanderbilt University- Coursera)
  • प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग गाइड (Learn Prompting
  • प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग फॉर डेवलपर्स ChatGPT
  • प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग फॉर चैटजीपीटी H-EDUCATE
  • चैट जीपीटी प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग फॉर डेवलपर्स: DeepLearning.ai
  • एआई एप्लीकेशंस ऐंड प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग : Udemy
  • सामान्य जॉब साइट्स जैसे LinkedIn, Indeed, साइट्स जैसे Toptal, Upwork, Fiverr
  • प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग की जॉब साइट्स जैसे Promptly Hired and Prompt Jobs
  • एआई मशीन लर्निंग और डेटा साइंस की करियर साइट्स जैसे AI-Jobs and Joblist.AI
  • नौकरी के बारे में दी गयी जानकारी विस्तार से पढ़ें। कई बार इस स्किल की नौकरी का नाम कुछ अलग भी हो सकता है। इंडस्ट्री की जरूरतों से वाकिफ रहें।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस चैटबॉट्स यूं ही यूजर के लिए जानकारी पेश नहीं कर देते। इसके पीछे प्रॉम्प्ट इंजीनियर्स की सूझबूझ काम करती है। एआई के इस नए स्किल को इस साल के सबसे अहम स्किल्स में शामिल किया गया है। कैसे आप इसमें महारत पाएं और भविष्य बनाएं, बता रहे हैं गौतम प्रशांत

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