स्नातक पार्ट- 1 नामांकन के लिए इतना रूपया फी देना होगा- 31 मई तक आवेदन

स्नातक पार्ट- 1 नामांकन के लिए इतना रूपया फी देना होगा- 31 मई तक आवेदन

स्नातक पार्ट- 1 नामांकन के लिए इतना रूपया फी देना होगा- 31 मई तक आवेदन:-बीआरए बिहार विश्विद्यालय ने स्नातक सत्र 2024-28 में नामांकन के लिए आवेदन करने की तिथि 31 मई तक बढ़ा दी है। मंगलवार को एडमिशन कमेटी की बैठक में इसके लिए रखे प्रस्ताव पर कुलपति ने तिथि विस्तार की स्वीकृति दे दी। सीबीएसई ने 13 मई को इंटर का परिणाम जारी कर दिया, जिसके बाद स्नातक के लिए आवेदन की तिथि बढ़ा दी गई।

ऑनलाइन आवेदन करने के लिए पहले 15 मई तक का समय दिया गया था। विवि की ओर से बताया गया कि 2 दिनों में सीबीएसई बोर्ड से उत्तीर्ण स्टूडेंट आवेदन नहीं कर पाते। ऐसे में इनकी सुविधा को देखते हुए विश्वविद्यालय ने 31 मई तक आवेदन की तिथि विस्तारित की है। मंगलवार तक विश्वविद्यालय के पोर्टल पर 1.20 लाख छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। इसमें से एक लाख छात्र-छात्राएंओं ने कला संकाय के लिए आवेदन किया है। वहीं, कॉमर्स संकाय के लिए करीब 5 हजार और साइंस संकाय के विषयों के लिए 15 हजार छात्र-छात्राओं का आवेदन आया है।

सीबीएसई के छात्रों के आवेदन के बाद उम्मीद है कि आंकड़ा 1.50 लाख के पार पहुंच जाएगा। जून के पहले सप्ताह में विश्वविद्यालय की ओर से मेधा सूची निकाली जाएगी। जून में ही नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर लेनी है। जबकि, एक जुलाई से कक्षाओं का संचालन शुरू करने की योजना है। विश्वविद्यालय ने इस सत्र के लिए पहले ही एकेडमिक कैलेंडर भी जारी कर दिया है।

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में एक साल की सेवा पूरी कर चुके 4 विभागों के 8 असिस्टेंट प्रोफेसर के सर्विस कंफर्मेशन (सेवा संपुिष्ट) पर मंगलवार को कमेटी की मुहर लग गई। रशियन, इलेक्ट्रॉनिक्स, पर्सियन और इतिहास विभाग में इनकी नियुक्ति हुई है। एक साल की सेवा पूरी करने पर सर्विस कंफर्म किया जाता है। इसको लेकर मंगलवार को सर्विस कंफर्मेशन कमेटी की बैठक हुई। बैठक में कुलसचिव प्रो. संजय कुमार, कुलानुशासक प्रो. बीएस राय सहित कमेटी के सदस्य उपस्थित थे।

बीआरएबीयू में मंगलवार को नामांकन समिति की बैठक हुई. कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने इसकी अध्यक्षता की. कॉलेजों व पीजी विभागों में एससी-एसटी विद्यार्थियों व सभी वर्ग की छात्राओं के फीस पर निर्णय लिया गया है. अब सभी कोटि की छात्राओं व एससी-एसटी के विद्यार्थियों से भी नामांकन के दौरान निर्धारित सभी शुल्क लिए जाएंगे. विवि नामांकन के बाद विद्यार्थियों का विवरण सरकार को भेज देगा. वहां से इस मद में राशि मिलने के बाद छात्र-छात्राओं के खाते में इसे वापस कर दिया जाएगी. विवि की ओर से बताया गया कि पिछले वर्ष सरकार से इस मुद्दे पर मंतव्य मांगा गया था, लेकिन अबतक सरकार या उच्च शिक्षा विभाग की ओर से स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है. साथ ही जिन कॉलेजों व विभागों ने विद्यार्थियों से फीस नहीं ली, उन्हें छात्र-छात्राओं की फीस की राशि भी सरकार की ओर से नहीं भेजी गई.

ऐसे में विशेषकर महिला कॉलेजों को परेशानी होने लगी. इसके मद्देनजर विवि ने निर्णय लिया है कि अब छात्राओं को भी नामांकन के समय सभी प्रकार की फी देनी होगी. सरकार की ओर से राशि मिलने पर उसे वापस कर दिया जाएगा. बैठक में अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो. अभय सिंह, विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ शिवानंद, मानविकी संकायाध्यक्ष नाप्रो. सतीश कुमार राय, सोशल साइंस की संकायाध्यक्ष प्रो. संगीता रानी व कॉमर्स के डीन प्रो. प्रेमानंद, आरबीबीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ ममता रानी, एसआरकेजी के प्राचार्य, पीजी मनोविज्ञान व गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्ष समेत विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में कुलसचिव प्रो. संजय कुमार, कुलानुशासक प्रो. बीएस राय, परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे समेत अन्य सदस्य शामिल हुए.

मदफी
एडमिशन फी350
ट्यूशन फी600
तरंग25
पार्ट-बी
लाइब्रेरी200
इलेक्ट्रिसिटी200
आइकार्ड100
एनएसएस50
भवन मेंटेनेंस100
मेडिकल100
एथलेटिक्स100
सोसाइटी सब्सक्रिप्शन50
मैग्जीन50
हैंडबुक50

नामांकन समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि अब सभी अंगीभूत, स्थायी व अस्थायी मान्यता प्राप्त संबद्ध डिग्री कॉलेजों में नामांकन मद में एक समान फीस ली जाएगी. यदि कोई कॉलेज राजभवन की ओर से अधिसूचित फीस से अधिक डिमांड करता है और इसकी शिकायत मिलती है तो विवि संबंधित कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई करेगा. फीस की एकरूपता होने से विद्यार्थियों को भी फायदा मिलेगा. पहले डिग्री कॉलेजों में विद्यार्थियों से मनमानी फीस ली जाती थी. कई बार विश्वविद्यालय में इसकी शिकायत भी की गई है.

नामांकन समिति की ओर से अंगीभूत, स्थायी मान्यता प्राप्त और अस्थायी मान्यता प्राप्त कॉलेजों में सीटों की संख्या पर भी निर्णय लिया गया. कमेटी के अनुसार दो दिनों में विश्वविद्यालय के स्तर से मान्यता प्राप्त विषयों के लिए सीटों का निर्धारण कर दिया जाएगा. कॉलेजों को कहा गया है कि सीट से अधिक नामांकन किसी भी हाल में नहीं लेना है. साथ ही जिस विषय के लिए उन्हें वर्तमान सत्र में मान्यता हो. उसी में विद्यार्थी का नामांकन लेना सुनिश्चित करेंगे.

बीआरएबीयू से स्नातक करने वाले स्टूडेंट्स को पीजी में रजिस्ट्रेशन का शुल्क नहीं लिया जाएगा. ऐसे में इन विद्यार्थियों को 2560 रुपये देने होंगे. प्रायोगिक वाले विषयो में 500 रुपये अलग से लगेगा. वहीं जिन विषयों में फील्ड वर्क का प्रावधान है. उनमें 1000 रुपये इसका शुल्क देना होगा. इसके अतिरिक्त अन्य सभी सेमेस्टर में कॉशन मनी और रजिस्ट्रेशन शुल्क को छोड़कर 2060 रुपये विद्यार्थियों को देने होंगे.

राजभवन की अधिसूचित फी के अनुसार प्रथम सेमेस्टर के बाद आठवें सेमेस्टर तक प्रत्येक सेमेस्टर में छात्र-छात्राओं से 2005 रुपये लिए जाएंगे. इसमें नामांकन शुल्क के 250 रुपये लगेंगे. आइकार्ड के एक सौ रुपये और हैंडबुक के 50 रुपये दूसरे सेमेस्टर से नहीं लिए जाएंगे. विज्ञान के सभी विषयों, भूगोल, मनोविज्ञान, गृह विज्ञान और संगीत के छात्र-छात्राओं को लैब शुल्क के रूप में 600 रुपये प्रति सेमेस्टर अलग से देने होंगे. फील्ड विजिट और एक्चुअल एक्सपेंडिचर के लिए छात्रों को 3 भुगतान करना होगा. इस शुल्क के अतिरिक्त विद्यार्थियों को नामांकन के समय छह सौ रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में भी देने होंगे. साथ ही प्रत्येक सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म भरने का शुल्क 600 रुपया देना होगा.

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