12वीं बाद क्या करें? 12th bad kya kren? 12वीं बाद क्या पढ़े?

12वीं बाद क्या करें? 12th bad kya kren? 12वीं बाद क्या पढ़े?

12वीं बाद क्या करें?- बाहरवीं के बाद रिजल्ट आते ही सभी बच्चों की ये परेशानी बढ़ जाती है कि अब 12th ke baad kya kare जो उनका भविष्य सफल कर सके। दरअसल ये उलझन हर विद्यर्थियों की है, जो विषयो के विकल्पों के बीच अपने भविष्य को तलाश रहा है। आज हम बात करेंगे की 12th के बाद क्या करे और कौन कौन से कोर्स है जिनसे आप अपना करियर बना सकते है

पहले का समय था जब बाहरवीं के बाद करियर विकल्प गिनती के ही होते थे जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल और सिविल सर्विसेज। जो विद्यार्थी अच्छा होता था पड़ने में वो इन विकल्पों के ही चुनाव करता था। लेकिन आज के टाइम में इतने विकल्प हो गए हैं कि बच्चा भर्मित हुवा रहता है12th के बाद कौन सा कोर्स करें की पूरी जानकारी कहाँ से लें। और अगर वो गलत विकल्प चुन लेता है तो भविष्य दांव पर लग जाता है।

12वीं पूरी कर लेने के बाद कुछ ऐसी बातें भी होती है जिनको ध्यान में रख कर चला जाये तो कोर्स और कॉलेज दोनों चुनने में आसानी हो जाती है इन छोटी छोटी बातो का अगर पता हो तो सफलता के ज्यादा रास्ते खुल सकते हैं। तो आइए हम पहले कुछ टॉपिक्स के बारे में बात करते है जो 12th के बाद आपको अपना कोर्स और कॉलेज चुनने में सहायता करेंगे उसके बाद निचे पुरे कोर्सेज के बारे में भी बताया गया है।

आज के टाइम में आप किसी भी क्षेत्र में चले जाइये सब तरफ COMPETITION बढ़ गई है। सभी क्षेत्रों में सीमित मात्रा में ही प्रवेश मिलता है। 12th के बाद किसी भी कॉलेज में चले जाओ वहां सीमित मात्रा में ही प्रवेश मिलता है, क्योंकि competitors की संख्या ज्यादा है।

आप भले ही बहुत प्रतिभा या क्षमता युक्त हों, मेरिट हों, लेकिन कई बार सब कुछ पास होने के बावजूद भी मनचाहे कोर्स या कॉलेज में दाखिला नहीं मिलता। इसके लिए जरूरी है 12th ke baad की एक अलग योजना बना कर रखें। मतलब 1 तरफ कामयाबी न मिले तो आप दूसरी तरफ अपने आप को सफल कर सकें। एक से ज्यादा योजना होने से आपके दिमाग मे जोर नहीं पड़ेगा मनचाहे कोर्स न मिलने के कारण। 12th के बाद आप अच्छी योजना के लिए करियर काउंसलर, अपने शिक्षकों, पुराने छात्रों की भी मदद ले सकते हैं।

अगर अपने 12वीं पास कर ली है और सही राह चुनने में भर्मित है 12th के बाद क्या करे तो आप सबसे पहले अपनी पसंद को प्राथमिकता दें और यह सुनिश्चित करें कि आप किस विकल्प में अच्छा प्रदर्शन कर सकतें हैं। अगर आप रचनाशील हैं तो विज्ञापन, फैशन, डिज़ाइन जैसे कोर्स चुन सकते हैं और अगर आपका दिमाग विश्लेषणात्मक है,

तो आपके लिए इंजीनियर या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र बेहतर रहेंगे। यहां बहुत सारे विशेषज्ञ कोर्स भी है जिन्हें कर के आप अपने भविष्य को उज्वल बना सकते हैं। 12th के बाद छात्र जब भी किसी खास कोर्स में जाने की सोचे तो एक बात स्पष्ट रखें कि उस कोर्स को चुनने में उनका मकसद क्या है? फिर भी अगर भर्मित हो रहे हो तो अपना प्रोफाइलिंग टेस्ट करवाएं। इससे आपको अपनी क्षमताओं का पता चलेगा ओर आप आसानी से अपनी राह चुन सकेंगे। कोर्स चुनते समय 2 बातों का ध्यान अवश्य रखें।

  1. अपनी पसंद के आधार पर ही विषयों और कोर्स को चुने जिसमे आप अच्छा रिस्पॉन्स दे सके। कभी भी दूसरों की नकल न करें कि मेरे मित्रों ने ये कोर्स चुना में भी यही करता हूं। क्योंकि हर छात्र का लक्ष्य, प्रतिभा और रुचि अलग होती है।
  2. किसी भी क्षेत्र में जाने से पहले आप अपना स्वमूल्यांकन (Self assessment) करें। आप खुद में देखें कि आप किस क्षेत्र में बेहतर कर सकते हैं। जितनी भी आपकी रुचियाँ है उन सभी की लिस्ट बनाये। ओर यह तय करें कि इस लिस्ट में आप किन विषयो ओर क्षेत्र में ज्यादा मन लगा सकते हैं। और फिर उन में आगे बढे ओर पूरी मेहनत करें।

पहले विज्ञान विषय के छात्रों के पास सिर्फ मेडिकल या इंजीनियरिंग के विकल्प होते थे, लेकिन अब वह दौर नहीं रहा। आज आपके बाहरवीं के बाद क्या करना चाहिए विषय को लेकर विकल्पों की भरमार है। जैसे विज्ञान के छात्र मेडिकल, इंजीनियरिंग के इलावा बॉयोटेक्नोलॉजी, बायो इंजीनियर, फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनलथेरेपी, मेडिकलट्रांसक्रिप्शन, जैसे कोर्स कर सकते हैं। इसी तरह 12th के बाद आर्ट्स वाले बिजनेस या होटल मैनेजमेंट कोर्स कर रेटलिंग, हॉस्पिटालिटी, टूरिज्म इंडस्ट्रीज का हिस्सा बन सकते हैं। जो लोग रचनाशील हैं, वे फैशनडिजाइनिंग, मार्केटिंग, स्टाइलिंग का कोर्स कर सकते हैं। और भी बिषय हैं जिनमे बहुत से विकल्प हैं 12th के बाद आप अपने विषयो के साथ जितने भी विकल्प हैं उनके बारे में जानकारी प्राप्त करें कि जितने भी विकल्प है आप उनमे कितना आगे जा सकते हैं और कितना कमा सकते हैं कितना अपना भविष्य रोशन कर सकते हैं।

आजकल सभी संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा होती है। लेकिन सभी छात्र प्रवेश परीक्षा पास नहीं कर पाते फिर वे जिन संस्थानों में जगह होती है जैसे प्राइवेट कॉलेज तो वे उनकी तरफ रुख करतें है दाखिल लेने के लिए। पर ये बात याद रखें कि आजकल कॉलेज तो बहुत है पर उनमे भी काफी कमिया होती है जिससे आपका पैसा भी बर्बाद होता है और बच्चे का भविष्य भी दांव पर लगता है। 12th के बाद किसी भी कॉलेज को चुनते समय पहले इन बिन्दुओ पर विचार जरूर करें।

  • पहले यह पता करें कि जिस कॉलेज में जाना है वो समुचित रेगुलेटरी अथॉरिटी (Proper regulatory authority) से मान्यता प्राप्त है या नहीं?
  • फैकल्टी की गुणवत्ता (Quality of faculty) कितनी है?
  • कॉलेज में पढ़ाने वाले प्रोफेसर, लेक्चरर और असिस्टेंट प्रोफेसर का अनुपात कितना है। कम होने पर आपके लेक्चर सही प्रकार से लग नहीं पाएंगे।
  • पाठ्यक्रम विविधता (Course diversity)
  • प्लेसमेंट या जॉब मिलने का प्रतिशत।
  • मूलभूत सुविधाएं (Basic facilities)

नीचे दिए गए पाठ्यक्रमों में सभी प्रकार के कोर्सों की list दी गई है जो 12th के बाद छात्रों को उनकी रुचि और कैरियर की आकांक्षाओं के साथ शानदार विकल्प बनाने में मदद कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं बाहरवीं के बाद क्या करे 12th ke baad kya kare course list and guidance in hindi

जिन छात्रों के मन मे हमेशा ये सोच रहती है कि उन्होंने Arts का subject ले कर गलती कर दी अब क्या करूँ क्योंकि Arts की बजाए medical, non-medical या commerce में कैरियर के अधिक अवसर हैं तो आप गलत हैं। Arts के छात्र भी अपना करियर (Make career) बहुत अच्छा बना सकते हैं आपको बस अपनी रुचि नीचे दिए गए कोर्सों की लिस्ट के अनुसार बनानी होगी। ये कोर्स भी आपको बहुत आगे ले जा सकते हैं जो आपको अच्छे कैरियर प्रदान करेंगें।

  1. इतिहास में बी.ए (B.A in History)
  2. बीएससी क्रिमिनोलॉजी एंड साइकोलॉजी (BSc Criminology and Psychology)
  3. बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन (B.Design)
  4. बी.एस.सी इंटेरिओर डिज़ाइन (B.Sc in interior design)
  5. बी.एस. सी अतिथि और होटल प्रशासन (B.Sc in Hotel Management)
  6. BJMC- बैचलर ऑफ जॉर्नलिसम एंड मास कम्युनिकेशन (Bachelor of journalism and mass communication)
  7. बी.ए + एलएलबी (Law course)
  8. बीएफडी-बैचलर ऑफ फैशन डिजाइनिंग (BFD- Bacholer of fashion desinging)
  9. बीएसडब्ल्यू- बैचलर ऑफ सोशल वर्क (BSW- Bchelor of social work)
  10. बिटीटीएम- बैचलर ऑफ ट्रेवल एंड टूरिजम मैनजमेंट (BTTM- bachelor of travel and turijam management)
  11. बीबीए- बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA- Bachelor of bussiness administration)
  12. बीएमएस- बैचलर ऑफ मैनजमेंट साइंस (BMS- Bachelor of management science)
  13. बीईएम- बैचलर ऑफ इवेंट मैनेजमेंट (BEM- Bachelor of event management)
  14. बीएफएम- बैचलर ऑफ फाइन आर्ट (BFM- bachelor of fine art)

अगर आप साइंस के छात्र हैं तो आपके लिए भी कई विकल्प मौजूद हैं। साइंस के स्टूडेंट्स के पास काफी विकल्प इसलिए मोजुद्द है क्योंकि वो अपने subjects के माध्यम से अपना जीवन किसी भी क्षेत्र में डाल सकते है. साइंस वालो के पास 3 तरह के सब्जेक्ट होते हैं

  1. PCB (Physics,Chemistry,Bio)
  2. PCM (Physics,Chemistry,Math)
  3. PCMB (Physics,Chemistry,Math,Bio)

जिन स्टूडेंट्स ने ये सोच लिया है की भविष्य में हमने डॉक्टर बनना है वो बारवीं में Physics,Chemistry और bio के साथ अच्छे अंको से पास हो गये है तो वे docter की पदाई क्र सकते है इन विषयों के लेने वाले ज्यादातर MBBS ही करते है या फिर आप कोई और डॉक्टर की लाइन चुन सकते है पीसीबी वालो के लिए भी बोहत से कोर्स है

  • MBBS (Bachelor of medicine and bachelor of surgery)
  • बीडीएस-बैचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी (BDS-Bachelor of dentel surgery)
  • बीएचएम्एस-बैचलर ऑफ़ होमेओपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (Bachelor of Homeopathy medicine and surgery)
  • बीएएम्एस-बैचलर ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिसिन (Bachelor of Ayurvedic medicine)
  • एमडी-डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन (Doctor of Medicine)
  • डिएम-(डॉक्टरेट इन मेडिसिन)(docterat in medicine)
  • बिफार्म-बैचलर ऑफ़ फार्मेसी(Bachelor of Pharmecy)
  • बीएससी नर्सिंग (B.SC Nursing)
  • बीपीटी- बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT-Bachelor of physiotherapy)
  • बीएम्एलटी-बैचलर ऑफ़ मेडिकल लैब टेकनिशियन (Bachelor of Medical Lab Technician)
  • डीएम्एलटी-डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेकनिशियन (Diploma of Medical Lab Technician)
  • बीएससी गणित (B.SC Mathematic)
  • बीएससी भौतिकी (B.SC Physics)
  • बीएससी रसायन विज्ञान B.SC Chemistry)
  • बीएससी इंटेरिओर डिज़ाइन (B.SC Interior Design)
  • एनीमेशन, ग्राफिक्स ओर मल्टीमीडिया (Animation, Graphics And Multimedia)
  • बीई/ बीटेक- प्रौद्योगिकी स्नातक (BE/B.Tech-Bachelor of Technology)
  • बी.आर्क- बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (B-Arch-Bachelor of Architecture)
  • बीसीए- कंप्यूटर एप्पलीकेशन में स्नातक BCA-Bachelor of Computer)
  • बीएससी- सूचना प्रौद्योगिकी (B.Sc-Information technology)

जो साइंस के छात्र हैं और जिनको तकनीकी विज्ञान में रुचि है। तो उनके लिए तकनीकी विज्ञान में भी काफी विकल्प हैं। तकनीकी विज्ञान में short कोर्सेज भी है जो 2 या 3 साल के होते हैं जो diploma के अंतर्गत आते हैं। diploma engineering के अन्तर्गत आने वाला ही कोर्स है पर आप अगर पूरी तरह से किसी एक क्षेत्र में कुशल बनना चाहते हैं तो engineering ही करे। engineering में B.Tech और M.Tech के अंतर्गत आने वाले निम्नलिखित कोर्स हैं

  • इलेक्ट्रॉनिक और संचार इंजीनियरिंग (Electronics and Communication Engineering)
  • इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिकस इंजीनियरिंग (Electrical and Electronics Engineering)
  • जैव प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग (Biotechnology engineering)
  • कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग (Computer Science and Engineering)
  • ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग (Automobile engineering)
  • एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (Aeronautical engineering)
  • टेक्सटाइल इंजीनियरिंग (Textile Enginnering)
  • रोबोटिक्स इंजीनियरिंग (Robotics Engineering)
  • परिवहन इंजीनियरिंग (Transportation engineering)
  • सरंचनात्मक अभियांत्रिकी (Structural Engineering)
  • स्वचालन और रोबोटिक्स (Automation and robotics)
  • पेट्रोलियम इंजीनियरिंग (Petroleum Engineering)
  • इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग (Instrumentation Engineering)
  • सिरेमिक इंजीनियरिंग (Ceramic Engineering)
  • रासायनिक अभियंत्रिकी (Chamical Engineering)
  • पावर इंजीनियरिंग (Power Engineering)

जिन स्टूडेंट्स ने PCMB subjects ले रखे है उनके लिए सभी विकल्प खुले है उनको ये सोचने की आवश्यकता नहीं हे की 12th के बाद क्या करे या kya karu. क्योंकि PCMB के स्टूडेंट्स PCB या PCM के किसी भी कोर्स में अपना भविष्य बना सकते है आप अपनी रूचि को ध्यान में रखते हुवे कोई भी कोर्स चुन कर अपनी STUDY START कर सकते हैं

Commerce भी एक बहुत अच्छा subject है जिसमें वित्तिय और प्रबंधन के कोर्स आते हैं। 10वीं के बाद आप commerce को चुन सकते हैं और अगर आपको science में रुचि नहीं है और गणित में है तो आप commerce के साथ गणित को शामिल कर सकते हैं। वाणिज्य में निम्नलिखित कोर्स आते हैं।

  • बी.कॉम (B.Com Bachelor of Commerce)
  • B.com LL.B- इंटीग्रेटेड लॉ प्रोग्राम (Integrated law Program)
  • बैचलर इन इकनॉमिक्स (ऑनर्स) (BA.hons-Bachelor in Economics)
  • BBA LL.B- इंटीग्रेटेड लॉ
  • BBA- बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Bachelor of Business Administration)
  • बी.कॉम (ऑनर्स) (B.Com Hons)
  • सीए- चार्टेड अकॉउंटेंसी (C.A- Charted Accountancy)
  • सीएस- कंपनी सचिव (C.S- Company Secretary)
  • विदेशी भाषा मे स्नातक (Bachelor in Foreign Language)
  • डिप्लोमा (Diploma)
  • सर्टिफिकेट कोर्स ( Certificate Course)
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