जेईई नीट की तैयारी फ्री में शुरू- एमआईटी (मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में मिशन पहल की शुरुआत हो गई है। इसमें संस्थान के आसपास स्थित सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 11वीं-12वीं के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं से लेकर पाठ्यक्रम की पढ़ाई कराई जाएगी। बच्चों को जेईई मेन एडवांस से लेकर नीट सरीखी प्रतियोगिता परीक्षा को क्रैक करने के टिप्स दिए जाएंगे। शुक्रवार को संस्थान में एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम से इसका शुभारंभ हुआ है।
सिलेबस की पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगिता परीक्षा की कराई जाएगी तैयारी
इसमें पहले दिन करीब 60 से अधिक स्टूडेंट्स की उपस्थित हुए। एमआईटी के एकेडमिक के डीन प्रो. सीबी राय ने कहा कि बच्चे इस कार्यक्रम से जुड़कर काफी लाभान्वित हो सकते हैं उन्हें किसी कोचिंग में जाकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने की जरूरत नहीं है। कॉलेज के अनुभवी और बीपीएससी की ओर से नियुक्त शिक्षक उनका मार्गदर्शन करेंगे। साथ ही बच्चों को कॉलेज के संसाधनों का भी लाभ मिलेगा।
जेईई मेन और एडवांस में बेहतर अंक
उन्होंने बच्चों को नीट से लेकर जेईई मेन और एडवांस में बेहतर अंक हासिल करने के तरीके बताए। मौके पर एमआईटी के ओएसडी प्रो. रामजी गुप्ता, डॉ. वाईएन शर्मा, डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, डॉ. अमित वर्मा और प्रो. अतुल गुप्ता उपस्थित हुए। उल्लेखनीय है कि विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव के निर्देश पर एमआईटी में मिशन पहल की शुरुआत की गई है।
इंजीनियरिंग के शिक्षक 11वीं-12वीं तो पॉलीटेक्निक के 9वीं-10वीं की कराएंगे तैयारी
इंजीनियरिंग कॉलेजों के शिक्षक 11वीं-12वीं से लेकर आईआईटी जेईई मेंस, एडवांस समेत अन्य कंपीटिशन की पढ़ाई कराएंगे तो पॉलीटेक्निक के शिक्षक 9वीं-10वीं के स्टूडेंट्स को अपना मार्गदर्शन देंगे। तकनीकी संस्थान के कैंपस के आसपास के हाई स्कूल-प्लस टू के बच्चे इससे लाभान्वित होंगे। ये कक्षाएं पूरी तरह निःशुल्क चलाई जाएंगी। इंजीनियरिंग कॉलेजों में हर दिन सुबह 9-10 बजे के पहले या शाम में 4 बजे के बाद सुविधा के अनुसार एक घंटे का समय निर्धारित किया जाएगा। इसमें बच्चों को गणित, विज्ञान, रसायन, भौतिकी व अंग्रेजी विषयों में मार्गदर्शन से लेकर सुधार के लिए फ्री कक्षाएं चलेंगी।
क्लास टेस्ट भी होगा, दिया जाएगा होमवर्क भी
प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए संचालित होने वाली कक्षाओं में टेस्ट भी होगा। उन्हें हर रोज होमवर्क दिया जाएगा और अगले दिन की कक्षा में इसे देखा जाएगा। हर रोज शाम 4 से 5 बजे तक रेमेडियल क्लास का संचालन एमआईटी की मेन बिल्डिंग में होगा।
सबसे अहम यह कि कॉलेज के शिक्षक से लेकर छात्र-छात्राएं भी बच्चों को पढ़ाएंगे। मिशन पहल के कोऑर्डिनेटर प्रो. पप्पू कुमार ने बताया कि जो बच्चे जेईई मेन समेत अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए मोटी फीस नहीं चुका सकते हैं, उनके लिए विशेष कक्षा वरदान साबित होगा। उन्होंने बताया कि मुख्य फोकस यह था कि जो बच्चे प्राइवेट ट्यूशन पढ़ने में सक्षम नहीं हैं उन्हें जेईई मेन, एडवांस समेत नीट की तैयारी के लिए मंच उपलब्ध कराया जाए।
9-12वीं के स्टूडेंट्स अब ‘प्रेरणा’ से सीखेंगे जीवन मूल्य से लेकर लीडरशिप
नौवीं से 12वीं के स्टूडेंट्स अब प्रेरणा से जीवन मूल्यों और लीडरशिप की कला सीखेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से प्रेरणा द स्कूल ऑफ एक्सपीरिएंशियल लर्निंग प्रोग्राम लांच किया जा रहा है। इस अनूठे प्रेरणादायक कार्यक्रम में 10 छात्रों और 10 छात्राओं को शामिल किया जाएगा। यह एक सप्ताह का आवासीय कार्यक्रम होगा। स्टूडेंट्स को प्रेरणा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। सीबीएसई ने इसे लेकर निर्देश जारी किया है। प्रतिभागियों का चयन आसान तीन-चरणीय प्रक्रिया से जाएगा। एक्सपर्ट डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि गुजरात के मेहसाणा में 1888 में स्थापित ऐतिहासिक संस्थान प्रेरणा में इतिहास का नवाचार से मेल होगा और परंपरा को भविष्य-केंद्रित शैक्षिक अनुभव में सहज रूप से बुना जाएगा।
इसलिए बनें प्रेरणा का हिस्सा
प्रेरणा में न केवल विचारक बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा बल्कि निर्णय लेने और टीम निर्माण के बारे में भी सिखाया जाएगा। वे वास्तविक जीवन के नायकों के जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझेंगे जिन्होंने इन जीवन मूल्यों को अपने जीवन में उतारा है। बच्चे जानेंगे कि कैसे उनके कार्यों ने देश और दुनिया को बदल दिया है। कार्यक्रम में भाग लेने और विविध इनपुट प्राप्त करने के बाद जब प्रतिभागी अपने स्कूलों में वापस जाएंगे और प्रेरणा में अपनाए गए मूल्यों और अनुभवों के अग्रदूत बन जाएंगे।
जीवन मूल्य आधारित कक्षाएं होंगी
पाठ्यक्रम के केंद्र में मूल्य-आधारित शिक्षा का दर्शन है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल तत्वों में से एक है। कक्षाएं नौ विषयों पर आधारित होंगी जो गतिविधि-आधारित शिक्षा के माध्यम से आनंदमय और सार्थक अधिगम के लिए विशिष्ट अवसर प्रदान करती हैं। इसमें स्वाभिमान और विनय, शौर्य और साहस, परिश्रम और समर्पण, करुणा और सेवा, विविधता और एकता, सत्यनिष्ठा और शुचिता, नवाचार और जिज्ञासा, श्रद्धा और विश्वास, स्वतंत्रता और कर्तव्य शामिल है।
कुछ महत्वपूर्ण लिंक्स – जेईई नीट की तैयारी
Whatsapp Group Join | CLICK HERE |
TELEGRAM | join |
YOUTUBE | SUBSCRIBE |
Syllabus
- BDO Officer Kaise bane? BDO kaise Bane? BDO banne ke liye kya padhen
- कमांडो कैसे बने? commando Kaise bante hai? commando Kaise Bane?
- Railway me Job kaise kren | रेलवे में नौकरी कैसे करें
- स्नातक पास छात्राओं को मिल रहा है ₹50,000 – यहाँ से करें आवेदन
- डॉक्टर कैसे बने? Doctor kaise bane? डॉक्टर बनना है तो ऐसे करें तैयारी
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? Software engineer kaise bane?
- भारतीय नौसेना में कैसे नौकरी मिलेगा। Indian Navy kaise bane? Navy kya hai
- Airforce Kaise Bane? एयरफोर्स कैसे बने? वायु सेना में भर्ती कैसे होता है?
- Hotel Management kaise kren | Hotel management kya hota hai | होटल मैनेजमेंट कैसे करें
- Army kaise bane | फौजी कैसे बने | फौजी की तैयारी कैसे करें